अध्याय-समीक्षा
- अर्थव्यवस्था एक प्रणाली हे जो लोगों को आजीविका प्रदान करती है।
- पूंजी वे सब सुविधाएँ जो वस्तुओं और सेवाओं को प्रदान करने के लिए आवश्यक है।
- आर्थिक विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक अर्थव्यवस्था की वास्तविक प्रति व्यक्ति आय दीर्घ अवधि में बढ़ती है।
- सार्वजनिक क्षेत्र सरकार के पूर्ण नियन्त्रण में होता है।
- निजी क्षेत्र को एक व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के समूह द्वारा नियन्त्रित किया जाता है |
- मिश्रित अर्थव्यवस्था में निजी और सार्वजनिक दोनों पर नियंत्रण होता है।
- आर्थिक नियोजन देश के साधनों का लाभ उठाकर देश के विकास का योजनाबद्ध रूप में कार्य करना।
- किसी अर्थव्यवस्था की वास्तविक राष्ट्रिय आय में दीर्घकालीन वृद्धि ही आर्थिक विकास है | इसे देश की राष्ट्रिय आय और प्रतिव्यक्ति आय से मापा जाता है |
- देश के अन्दर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य तथा विदेशों से प्राप्त आय का जोड़ राष्ट्रिय आय कहलाती है |
- कुल राष्ट्रिय आय तथा कुल जनसंख्या के भागफल को प्रतिव्यक्ति आय कहा जाता है | इसे औसत आय भी कहते हैं |
- विश्व विकास रिपोर्ट के अनुसार भारत, पाकिस्तान, बंगलादेश, नेपाल और केन्या निम्न आय वाले देश हैं |
- मानव विकास सूचकांक से किसी देश के विकास के बारे में पता चलता है |
- मानव विकास सूचकांक से आर्थिक विकास के तत्व जैसे शिक्षा, जीवन प्रत्याशा और प्रतिव्यक्ति आय के बारे में पता चलता है |
- संसाधन सिमित हैं और मानव इच्छाएँ असीमित हैं तथा इसी का परिणाम पर्यावरण प्रदुषण है |
- प्राकृतिक संसाधनों का बिना पर्यावरण को नुकसान पहुँचाएँ वैज्ञानिक ढंग से और भावी पीढ़ियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकास करना सत्त पोषणीय विकास कहलाता है |
- सार्वजानिक वितरण प्रणाली एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें अवश्यक वस्तुओं को कम मूल्य पर आर्थिक दृष्टि से कमजोर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जाता है | जैसे - राशन की दुकान |
- किसी वर्ष में पैदा हुए प्रति 1000 जीवित बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले शिशुओं की संख्या को शिशु मृत्यु दर कहते है |
- वे सुविधाएँ जो मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए सरकार उपलब्ध करवाती है सार्वजानिक सुविधाएँ कहलाती है | जैसे- रक्षा, स्वास्थ्य के लिए अस्पातल, पुलिस, सरकारी विद्यालय, शौचालय, प्रदुषण मुक्त वातावरण इत्यादि |