अभ्यास - प्रश्नोत्तर:
प्रश्न: बच्चे यास्मौन खाला के घर पर क्यों गए?
उत्तर: बच्चों के क्रिकेट खेलते समय गेंद से गली की ट्यूबलाइट टूट गई थी| बच्चे जानना चाहते थे कि ट्यूबलाइट को बदलवाने के लिए पैसे किसको देने होगे| यास्मीन खाला पहले नगर निगम में नौकरों करती थी इसलिए बच्चों को लगता था कि उन्हें इस बात की जानकारी होगी|
प्रश्न: नगर निगम के कार्य शहर के निवासियों के जीवन को किस तरह प्रभावित करते हैं? ऐसे चार तरीकें के बारे में लिखिए|
उत्तर: नगर निगम के कार्य शहर के निवासियों के जीवन को निम्नलिखित तरीकों से प्रभावित करते हैं -
1. नगर निगम शहर में दवाखाने तथा अस्पताल चलाने का कार्य करता हैं जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएँ प्राप्त होती हैं|
2. नगर निगम शहर में स्कूल खोलता हैं तथा उन्हें चलाने का काम करता हैं जिससे बच्चों को पढ़ाई की सुविधा प्राप्त होती हैं|
3. नगर निगम सडकों तथा बाजारों की सफाई का काम करता हैं जिससे शहर में बीमारी नहीं फैलाती|
4. नगर निगम पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराता हैं| इससे शहर के लोगों की पानी की आवश्यकताएँ पूरी होती हैं|
प्रश्न: नगर निगम पार्षद कौन होता हैं?
उत्तर: शहर या नगर को कई वार्ड़ेँ में बाँटा जाता हैं प्रत्येक वार्ड से जनता द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधि को पार्षद कहा जाता हैं|
प्रश्न: गंगाबाई ने क्या किया क्यों क्यों?
उत्तर: गंगाबाई ने महिलाओं के समूह के साथ मिलाकर मोहल्ले की सफाई नियमित रूप से न होने क विरोध किया| इसके लिए पहले वे मिह्ल्ले के पार्षद के पास गए| पार्षद ने सफाई अभियता को साथ लेकर आयुक्त से मिलने की सलाह दी| आयुकत ने पर्याप्त संख्या में ट्रक उपलब्ध नहीं होने का बहाना बनाया तो गंगाबाई ने तपाक से प्रश्न किया कि आपके पास अमीर लोगों के मोहल्लों से कचरा उठाने के लिए तो पर्याप्त ट्रक हैं| गंगाबाई ने चेतावनीदी कि अग्र दो दिन दो दिन मोहल्लों से कचरा उठने के लिए तो पर्याप्त तर्क हैं| गंगाबाई ने चेतावनी दी कि अगर दो दिन के अंदर काम नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में महिलाएं नगर निगम के सामने धरने पर बैठ जाएंगी|
प्रश्न: चर्चा कीजिए:
नीचे दिए गए चित्रों में कूड़ा इकठ्ठा करने एवं उसकों ठिकाने लगाने की विभिन्न विधियों को देखे|
(क) आपके विचार से कौन - सी विधि कूड़े का निपटारण करने वाले व्यक्ति के लिए सुरक्षित हैं?
(ख) पहले चित्र में कूड़ा इकठ्ठा करने का जो तरीका दिखाया गया हैं उसमें क्या - क्या जोखिम हैं?
(ग) आप क्या सोचती हैं कि जो लोग नगर निगमों में काम करते हैं उनके पास अपने कूड़े के निपटारण की व्यवस्थित सुविधाएँ क्यों नहीं हैं?
उत्तर:
(क) फोटो 2 की विधि कूंडे का निपटारण करने वाले व्यक्ति के लिए सुरक्षित हैं|
(ख) पहले चित्र में कूड़ा करने का जो तरीका दिखाया गया हैं उसमें बहुत जोखिम हैं: जैसे
1. कूड़ा इकठ्ठा करने वाले व्यक्ति के पास अपनी सुरक्षा के साधन नहीं हैं इसलिए ये लोग बेमार हो सकते हैं या घायल हो सकते हैं|
2. कूदन खुले रूप से पड़ा रहता हैं जिससे गन्दगी फैलाती हैं बीमारियाँ फ़ैलाने का खतरा रहता हैं|
3. गाय इत्यादि जानवर भी कूदन खाते रहते हैं जिससे वे भी बीमार हो सकते हैं|
(ग) नगर निगमों में काम करने वालों के पास अपने कूड़े के निपटारण की व्यवस्थित सुविधाएँ नहीं हैं| क्योंकि नगर निगमों में भ्रष्टाचार हैं जिस कारण से नगर निगमों में कूड़े निपटारण के लिए आधुनिक विकसित नहीं हो पाती हैं|
प्रश्न: नगर निगम अपने काम के लिए धन कहाँ से प्राप्त करता हैं?
उत्तर: नगर निगम की आय मुख्य स्त्रोत निम्नलिखित हैं :
1. जल कर, संपत्ति कर तथा अन्य सुविधाओं से प्राप्त कर से होने आय से प्राप्त धन|
2. होटलों और दुकानों से कर के रूप में प्राप्त धन|
3. सिनेमा से प्राप्त मनोरंजन कर के रूप में मिलाने वाला धन|
प्रश्न: शहर में बहुत सारे लोग घरेलू नौकरों की तरफ काम करते हैं और दूसरे के घरों को साफ़ रखते हैं| उसी तरफ बहुत से लोग नगर निगम के लिए काम करते हैं और शहर को साफ़ - सुथरा रखते हैं| इसके बावजूद जिन बस्तियों में वे रहते हैं, वहाँ काफी गन्दगी होती हैं| इसका कारण यह हैं कि इन बस्तियों में पानी एवं सफाई की सुविधा विरले ही होती हैं| नगर निगम इसके लिए अक्सर बस्तीवासियों को ही दोषी ठहराती हैं कि जिस ज़मीन पर वे गरीब लोग अपना मकान बनाते हैं वह उनकी नहीं होती और न ही वे सरकार को कोई कर देते हैं जबकि मध्यवर्ग के रिहायशी इलाकों में पार्क बनाने, गलियों में रोशनी की व्यवस्था करने और नियमित कूड़ा जमा करने वाले बहुत कम कर देते हैं| पाठ में भी आपने पढ़ा हैं कि नगर निगम को संपत्ति कर से कुल 25 - 30 प्रतिशत ही आय होती हैं|
क्या आपकों लगता हैं कि निगम को बस्तियों की सफ़ाई पर ज्यादा खर्च करना चाहिए? यह क्यों महत्त्वपूर्ण हैं? और यह क्यों जरूरी हैं कि शहर में नगर निगम जो सुविधाएँ धनी व्यक्तियों को मुहैया कराता हैं वाही गरीबों को भी मिलें?
उत्तर: नगर निगम को उन बस्तियों की सफाई पर भी ज्यादा ध्यान देना चाहिए जिन बस्तियों उनके सफाई कर्मचारी रहते हैं इन बस्तियों में रहने वाले सार्वजनिक शौचालयों का प्रयोग करते हैं| इन बस्तियों में जगह - जगह कूंडा और पानी फैला रहता हैं| इनके पास धन और स्वास्थ्य सुविधाओं की भी कमी होती हैं, इसलिए इन बस्तियों में बीमारियों के फ़ैलाने की संभावना बनी रहती हैं| इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को भी मध्य वर्ग की बस्तियों में रहने वाले लोगों की तरह समान अधिकार मिलने चाहिए क्योंकि संविधान देश के सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता हैं|