अध्याय समीक्षा
- साइकिल, बस, कार, बैलगाड़ी, रेलगाड़ी, नाव, पानी जहाज, हवाई जहाज आदि हमारे यातायात के प्रमुख साधन हैं |
- साइकिल, मोटरबाइक, कार, बस एवं रेलगाड़ी आदि सड़क परिवहन से साधन हैं |
- हेलीकाप्टर, जेट विमान, हवाई जहाज आदि वायु परिवहन के साधन हैं |
- नाव, स्टीमर, पानी जहाज आदि जल परिवहन के साधन हैं |
- मापन के एक निश्चित राशि को मात्रक कहते है |
- किसी माप के परिणाम को दो भागों में व्यक्त किया जाता है | (i) संख्या भाग और (ii) मात्रक भाग |
- लम्बाई मापने के प्राचीन तरीके हैं - पैर की लम्बाई, अंगुली की चौड़ाई, बालिश्त (बिलान या बिता), हाथ की लम्बाई, एक कदम की दुरी आदि |
- लम्बाई मापने के आधुनिक तरीके है - मिलीमीटर, सेंटीमीटर, मीटर तथा किलोमीटर आदि |
- छोटी दूरियाँ मापने के लिए मिलीमीटर, सेंटीमीटर तथा मीटर का उपयोग किया जाता है जबकि लम्बी दूरियाँ मापने के लिए किलोमीटर का उपयोग किया जाता हैं |
- 1 किलोमीटर 1000 मीटर के बराबर होता है |
- 100 सेंटीमीटर 1 मीटर के बराबर होता है |
- 1 सेंटीमीटर में 10 मिलीमीटर होते हैं |
- वक्र रेखा की लम्बाई मापने के लिए पहले धागे से मापना चाहिए फिर उस धागे को मापक से मापना चाहिए |
- समय के साथ किसी वस्तु की स्थिति में परिवर्तन को गति कहते हैं |
- गति के निम्न प्रकार है : सरल रेखीय गति, वर्तुल गति, दोलन गति या आवर्ती गति तथा घूर्णन गति आदि |
- जब कोई वस्तु किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करता है तो उसे सरल रेखीय गति कहते हैं |
- किसी वस्तु की गति के दौरान यदि किसी नियत बिंदु से दुरी समान रहती है तो इस प्रकार की गति को वर्तुल गति कहते हैं |
- जब कोई वस्तु एक निश्चित समय अन्तराल के बाद अपनी गति को दोहराती है तो इस प्रकार की गति को आवर्ती गति कहते हैं |
- जब कोई वस्तु अपने अक्ष पर गति गति करती है तो इसे घूर्णन गति कहते हैं |
- लम्बाई का मानक मात्रक (S.I) मीटर (m) है |