अध्याय - समीक्षा:
- एक कमीज की कपास के उत्पादन से प्रारम्भ होती है और कपड़े बिकने पर खत्म हो जाती है।
- व्यापारी और बुनकरों के बीच की व्यवस्था “दादन व्यवस्था” का एक उदाहरण है।
- जहाँ व्यापारी कच्चा माल देता है और उसे बुनकरों द्वारा तैयार माल मिलता है।
- इसमें व्यापारी की भूमिका समाप्त हो जाती है।
- तमिलनाडू में सरकार, स्कूल में निःशुल्क गणवेश(युनीफ़ोर्म) योजना चलती है।
- सरकार इसके लिए पावरलूम बुनकरों की सहकारी संस्था से कपड़ा लेती है।
- इसी तरह सरकार हस्तकरघा बुनकर सहकारी समिति से भी कपड़ा खरीदकर “को - ओप्टेक्ट्स” नामक दुकानों के माध्यम से बेचती है|