मुख्य बिंदु:-
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30 जनवरी 1933 को जर्मनी के राष्ट्रपति हिंडनबर्ग राष्ट्रपति ने हिटलर को चांसलर का पद-भार संभालने का न्योता दिया |
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हिटलर की नस्ली सोच चार्ल्स डार्विन और हर्बर्ट स्पेंसर के सिद्धांतों की मनमानी व्याख्या पर आधारित थी|
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नात्सियों का विचार था कि जो नस्ल सबसे ताकतवर हैं वह जिन्दा रहेंगी, कमजोर नसले खत्म हो जाएगी|
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आर्य नस्ल सर्वश्रेष्ठ हैं| उसे अपनी शुद्धता बनाए रखनी हैं, ताकत हासिल करनी हैं और दुनिया पर वर्चस्व कायम करना हैं|
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यहूदियों के प्रति हिटलर की घृणा नस्ल के छदम वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित थी|
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30 जनवरी 1933 को जर्मनी के राष्ट्रपति हिंडनबर्ग ने राष्ट्रपति ने हिटलर को चांसलर का पद-भार संभालने का न्योता दिया |
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द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ पर हमला करना हिटलर की ऐतिहासिक बेवकूफी मानी जाती है|
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द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी का साथ जर्मनी, इटली और जापान ने दिया | इन्हें धूरी राष्ट्र कहा जाता है |
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फ्रांस, इंग्लैंड और रूस को मित्र राष्ट्र कहा जाता है |
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वाइमर गणराज्य के समर्थकों को 'नवम्बर का अपराधी' कहकर बुलाया जाता था |
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जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहर पर अमेरिका के बम गिराने के साथ द्वितीय विश्व युद्ध का अंत हो गया |
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महात्मा गाँधी ने पत्र के माध्यम से एल्डोफ़ हिटलर को नसीहत दी कि "हमें अहिंसा के रूप में एक ऐसी शक्ति प्राप्त हो गई है जिसे यदि संगठित कर लिया जाय तो वह संसार भर की प्रबलतम हिंसात्मक शक्तियों के गठजोड़ का मुकाबला कर सकतीं हैं |